
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने घोषणा की कि आगामी वर्ष 2026 में 20 और 21 जनवरी को लखनऊ में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का 86वाँ सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें देशभर की विधानसभाओं के अध्यक्ष भाग लेंगे और राज्यसभा के उपसभापति भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे।
महाना ने बताया कि इस आयोजन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से सहमति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से उत्तर प्रदेश की प्रगति और विकास की झलक पूरे देश के सामने प्रस्तुत की जाएगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश की विधानसभाओं का नेतृत्व कर रहा है, जो प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।उन्होंने बताया कि सम्मेलन की तैयारियाँ शीघ्र शुरू होंगी। लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आउट ऑफ टर्न उत्तर प्रदेश को यह अवसर प्रदान करना प्रदेश के लिए विशेष सम्मान है। सम्मेलन का विस्तृत कार्यक्रम लोकसभा की टीम के आगमन के बाद तय होगा।महाना ने आगे कहा कि सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को अयोध्या, काशी, मथुरा और कुशीनगर जैसे पावन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा, ताकि वे प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक वैभव से परिचित हो सकें।विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इससे पूर्व यह सम्मेलन पटना और उससे पहले मुंबई में आयोजित हुआ था। हर बार सम्मेलन में एक विशिष्ट थीम निर्धारित की जाती है, जिस पर विचार-विमर्श के बाद एक महत्त्वपूर्ण संकल्प पारित होता है। इस बार उस संकल्प के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश को सौंपी गई है।महाना ने गर्वपूर्वक कहा कि देश की विधानसभाओं के विधायकों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उत्तर प्रदेश को दी है। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए केवल सम्मान ही नहीं बल्कि सौभाग्य बताया।