
उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में अचानक बाढ़ व उसके साथ आए मलबे (फ्लैश फ्लड) के कारण घाटी पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गई है। भूस्खलन से भीयहां बड़ा नुकसान हुआ है। भूस्खलन के कारण कई महत्वपूर्ण मार्ग टूट गए, जिससे यह इलाका अन्य क्षेत्रों से कट गया है। इस भीषण आपदा के मौके पर भारतीय वायु सेना ने राहत और बचाव कार्यों का मोर्चा संभाल लिया है। वायु सेना के जहाज़ और एयरबेस हाई अलर्ट पर हैं। आगरा और बरेली एयरबेस से वायु सेना के जहाज व हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार एमआई-17 और एएलएच एमके-3 हेलीकॉप्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारतीय वायु सेना और थल सेना की संयुक्त टीमों ने कल रात ही राहत पहुँचाने का कार्य शुरू कर दिया था। सेना के इस कार्य में मौसम सबसे बड़ी बाधा है। लगातार हो रही बारिश राहत और बचाव कार्य में लगी टीमों के लिए चुनौती बनी हुई है। हेलीकॉप्टर की मदद से न केवल राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य हो रहा है बल्कि इसकी सहायता से फंसे लोगों को सुरक्षित निकलने का भी काम किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार राहत कार्यों पर नज़र बनाये रखने के साथ ही हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं।
